शब्दों के आधार पर " सच्चा सौदा " दो शब्दों के मेल से बना है। सच्चा + सौदा। " सच्चा " उस प्रभु , परमात्म...
शब्दों
के आधार पर "सच्चा सौदा" दो शब्दों के मेल से बना है। सच्चा + सौदा। "सच्चा" उस प्रभु, परमात्मा, अल्लाह,वाहेगुरू व गाॅड को कहा गया है और "सौदा" का अर्थ भगवान की बन्दगी से है।
सबसे पहले गुरू परम संत शाह मस्ताना जी महाराज थे (सन 1891-1960), दूसरे गुरू शाह सतनाम सिंह जी महाराज थे (सन 1919-1991) और तीसरे गुरू हजूर पिता संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां हैं। (सन 1967-1990 से गद्दीनशीन)।
पूज्य बेपरवाह मस्ताना जी महाराज ने अपने अपने सतगुर के हुक्मानुसार 29 अप्रैल, 1948 के दिन डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की और आज डेरा सच्चा सौदा उस जानी-मानी संस्था का नाम है जो मानवता भलाई के कार्यों के लिए विशव प्रसिद्ध है। यही कारण है कि आज डेरा सच्चा सौदा ने 5 करोड़ से भी अधिक लोगों को भगगवान, अल्लाह, वाहेगुरू के नाम के साथ जोड़ दिया है और ये संख्या दिन-प्रतिदिन बड़ती ही जा रही है।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि डेरा सच्चा सौदा मानवता भलाई के 124 कार्य चला रहा है ताकि मानवता की सेवा की जा सके और उनमे से कुछ कार्यों का वर्णन इस प्रकार है:-
धार्मिक
केन्द्र:- डेरा सच्चा सौदा एक ऐसा धार्मिक केन्द्र है जहां लोगो को उनके जीवन का सही उद्देशय बताया जाता है। यहां लोगों को गुरूमंत्र दिया जाता है ताकि वह प्रभु की भक्ति करके इस जन्म मरण के चक्कर से मुक्त हो जाएं। आज के युग मे डेरा सच्चा सौदा ही एकमात्र ऐसी संस्था है जो लोगों को भगवान के साथ जोड़ने लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। डेरा सच्चा सौद अपने आप में ही एक बहुत बड़ी मिसाल है।
सवच्छता
अभियान:- स्वच्छता अभियान से भाव देश को स्वच्छ व सुन्दर बनाने के लिए अभियान चलाना। सफाई हम सब के लिए बहुत जरूरी है कयोंकि भगवान भी वहीं पर निवास करते हैं जहां सफाई होती है। गुरू जी की पावन शिक्षा पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा द्वारा 29 महा सफाई अभियान चलाए जा चुके हैं। इन अभियानो का मुख्य उद्देशय देश को साफ, सुन्दर बनाना और गन्दगी के कारण फैली बीमारियों को खत्म करना है।
पेड़ लगाना:- जैसा कि हम जानते है कि प्रदूषण दिन-प्रितदिन बड़ रहा है। इसके प्रभाव से प्रकृतिक संतुलन बिगड़ गया है। इस संतुलन को बनाए रखने के लिए डेरा सच्चा सौदा द्वारा 3 करोड़ के लगभग पेड़-पौधे लगाए जा चुके हैं। डेरा सच्चा सौदा द्वारा न केवल पेड़-पौधे लगाए जाते हैं बल्कि उनकी बच्चों की तरह देखभाल भी की जाती है। ये कार्य संत गुरमीत राम रहीम जी ( गुरू जी) की शिक्षाओं के कारण ही सफल हो पाया है।
खूनदान-महादान:- खून के दान को सबसे बड़ा दान माना गया है कयोंकि खूनदान ही एकमात्र ऐसा दान है जिससे किसी की जान बचाई जा सकती है और डेरा सच्चा सौदा द्वारा हर वर्ष हजारों युनिट खूनदान किया जाता है और ये खून उन लोगों तक पहुँचाया जाता है जो खून की कमी के कारण जिन्दगी और मौत के बीच खेल रहे होते हैं। अब तक डेरा सच्चा सौदा द्वारा 3,26,668 युनिट खूनदान किया जा चुका है।
नन्हा फरिश्ता:- नन्हा फरिश्ता दुनिया का सबसे छोटा अस्पताल है जो कि संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी द्वारा डेरा सच्चा सौदा में बनाया गया है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इसे कहीं भी ले जाया जा सकता है। इसमें इलाज के लिए हर प्रकार के आवश्यक उपकर्ण उपलब्ध हैं। कुछ जगहों पर डाॅकटरी सहायता उपलब्ध नहीं है और उसको ध्याने मे रखते हुए ही इस अस्पताल का निर्माण किया गया है।
शाह सतनाम जी स्पैशलिटी हॉस्पिटल:- यह अस्पताल डेरा सच्चा सौदा में बनाया गया है। इस अस्पताल मे हर प्रकार का इलाज संभव है। इस अस्पताल में आधुनिक मशीनें भी उपलब्ध हैं और यहां इलाज भी कम कीमतों पर किया जाता है। कुछ लोग आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करवा पाते। इस बात को ध्याने रख कर इस अस्पताल का निर्माण किया गया है।
स्किन बैंक:- डेरा सच्चा सौदा में स्किन बैंक बनाया गया है। यह बैंक चमड़ी रोगों से सम्बंधित है। इसमें हर प्रकार के चमड़ी के रोगों का इलाज किया जाता है। जिन लोगों पर तेजाबी हमला हुआ हो या फिर जिनका शरीर जल गया हो, उनके शरीर पर नई चमड़ी लगाई जाती है और ये चमड़ी मृत लोगों के शरीरों से प्राप्त की जाती है। ये स्किन बैंक बनाकर गुरू जी ने आधुनिकता को एक नयी सोच प्रदान की है।
Green 'S'
Welfare Force Wing :- आम तौर पर हम देखते हैं कि जो फौज युद्धों या फिर जंगों के लिए बनाई जाती है पर "Green 'S' Welfare Force" एक ऐसी फौज है जो कि मानवता की रक्षा, मानवता की सेवा के लिए बगाई गई है। जब भी कहीं आपदा आती है, कहीं कोई दुर्घटना हो जाती है, कहीं पर सफाई अभियान होता है तो ये फौज सबसे आगे होती है। ये लोग अपनी जान पर खेल के दूसयों की जान बचाते हैं कयोंकि गुरू जी ने इन्हे सिर्फ एक ही पाठ पढ़ाया है कि "जो मानवता की सेवा करते हैं भगवान उनकी झोली खुशियों से भर देता है।"
सच्चा सौदा कोई नया धर्म, नया मजहब या कोई नयी लहर नहीं है। सच्चा सौदा वह आध्यात्मिक कार्य है जिसमें सतगुर-मुर्शिद के हुकम में रहते हुए परमात्मा की भक्ति की जाए और मानवता का भला किया जाए। रूह को उसके मूल परमात्मा ही सच्चा सौदा का परम लक्षय है.......।
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